Who’s Mauris Noronha Mumbai Politician Murdered And Dedicated Suicide In Fb Reside कौन है मॉरिस नोरोन्हा फेसबुक लाइव में मुंबई के राजनेता की हत्या कर की खुदकुशी India In Hindi

शादी के लिए वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर आदि को मुंबई से बुलाकर काम दिया गया था. सबका नकद भुगतान करने के लिए हवाला चैनलों का इस्तेमाल किया गया था. ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप ‘महादेव गेमिंग-बेटिंग ऐप’ केस में अब बहुत से गायक और फिल्मी सितारे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर आ गए हैं. गुरुवार को इस मामले में रणबीर कपूर के अलावा हुमा कुरैशी, कपिल शर्मा और हिना खान का नाम भी सामने आया था. लेकिन शुक्रवार को गायकों और कलाकारों की एक ऐसी लंबी लिस्ट सामने आई है, जिनसे प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) की टीम पूछताछ कर सकती है.http://www.mumbai-bookmakers.in

बाद में भाजपा ने शुभम सोनी का एक वीडियो जारी किया जिसमें कहा गया कि वह ऐप का मालिक है और उसके पास छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये का भुगतान करने के ‘साक्ष्य’ हैं . मुंबई में दहिसर के पूर्व नगरसेवक अभिषेक घोसालकर (Abhishek Ghosalkar) की गोली मारकर हत्या के मामले में दो एफआइआर दर्ज की गई हैं. गुरुवार शाम आरोपी मॉरिस नोरोन्हा (Mauris Noronha) ने अभिषेक घोसालकर को अपने दफ्तर में बुलाकर फेसबुक लाइव के दौरान ही उसको 5 गोली मारी और फिर उसके कुछ मिनट बाद खुद को भी गोली मार ली थी. उन्होंने कहा, “ऐसे बहुत से लोग हैं जो मुझसे प्यार करते हैं और मेरा समर्थन करते हैं. उन्होंने मुझसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन मैं जवाब नहीं दे सका.

एफआईआर में शिकायतकर्ता के बयान के अनुसार, रोहित कुमार मुर्गोई और दिनेश खंबाट, मोहित बर्मन और गौरव बर्मन से जुड़े हुए हैं. एफआईआर में यह भी लिखा है कि मोहित बर्मन और गौरव बर्मन की क्रिकेट लीग की एक टीम में इक्विटी हिस्सेदारी है. प्लेयर्स बुक वेबसाइट पोर्टल में संचालन के लिए उन्होंने अन्य आरोपियों के साथ साझेदारी की है.

सूत्रों के मुताबिक, एफआईआर में सट्टेबाजी के लिए एप्लिकेशन के इस्तेमाल और कथित मैच फिक्सिंग का भी जिक्र है. इसी लिए मामले की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच के साइबर सेल की मदद से की जाएगी. फ्रूट जूस विक्रेता से सट्टेबाज बने सौरभ चंद्राकर और उसके करीबी रवि उप्पल ने महादेव बुक ऐप की सक्सेस पार्टी 18 सितंबर को दुबई में रखी थी.

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इलाक़े में भड़की हिंसा को लेकर डीएम ने कहा, “पुलिस और प्रशासन ने न तो किसी को भड़काया, न किसी को मारा और न ही किसी को किसी भी प्रकार से कोई नुक़सान पहुँचाने की कोशिश की.” “इन ढांचों पर नोटिस चस्पा कर दिया गया, जिसमें कहा गया कि वो ख़ुद से अतिक्रमण हटा लें. उनसे दस्तावेज़ पेश करने को कहा गया और कहा गया कि ऐसा न हुआ तो नगर निगम अतिक्रमण हटाएगी.” प्रशासन का कहना है कि नाराज़ भीड़ ने बनभूलपुरा थाने पर भी हमला बोल दिया और पुलिस की कई गाड़ियों में आग लगा दी. इलाक़े के एसएसपी प्रह्लाद मीणा ने कहा है कि मदरसा सरकारी ज़मीन पर अवैध रूप से बना था और इसे तोड़ने का नोटिस पहले ही दिया जा चुका था. इन विशेष सेवाओं के समय एवं ठहराव की विस्तृत जानकारी के लिए कृपया Indianrail.gov.in देखें या NTES ऐप डाउनलोड करें.

मुंबई पुलिस के आला अधिकारियों के मुताबिक उन्हें अपने सूत्रों से जानकारी मिली थी कि लोअर परेल के सेंट रेजिस होटल में आईपीएल मैचों में सट्टेबाजी करने का काम एक गिरोह कर रहा है. इस जानकारी के बाद मुंबई पुलिस के आला अधिकारियों ने एक टीम का गठन किया और होटल के कमरे में छापा मारा. आजतक/इंडिया टुडे ने पहले खास तौर पर दाऊद इब्राहिम गैंग और दाऊद के छोटे भाई मुश्ताकीन के साथ चंद्राकर और उप्पल के संबंधों के बारे में रिपोर्ट की थी. मुंबई की एफआईआर में सौरभ चंद्राकर, मुश्ताकीन, उप्पल और कई अन्य लोगों द्वारा चलाए जा रहे मैच फिक्सिंग रैकेट का उल्लेख है.

इसके बाद उन्होंने जीवनसाथी और आपबीती जैसी फिल्मों में भी रोल किए. हीरो बनने के बाद अजीत ने मधुबाला से लेकर सुरैया जैसी दिग्गज हीरोइनों के साथ काम किया. लेकिन अजीत को हीरो बनकर वो सफलता नहीं मिल पाई जो वो चाह रहे थे.

पुलिस की छापेमारी के बाद आईपीएल मैचों पर सट्टेबाजी कर रहे आरोपी हड़बड़ा गए लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से करीब दस लाख रुपये कैश, 8 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और एक ऑडी कार सहित कई अन्य चीजें बरामद की हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम प्रवेश बाफना, चेतन सालेचा, आयुषी केसरकर, किरण शाह और राजेश जैन है. ईडी ने योगेश पोपट, मिथिलेश और इस शादी से जुड़े आयोजकों के ठिकानों पर तलाशी ली.

इस फिल्म के जरिए वो विलेन के रूप में हिट हुए और फिर उनको विलेन के रोल मिलने लगे. मुगले आजम, जंजीर, यादों की बारात, कालीचरण, मिस्टर नटवरलाल, कहानी किस्मत की जैसी फिल्मों में विलेन बनकर वो घर घर में पहचाने जाने लगे. उनका कालीचरण फिल्म का डायलॉग, सारा शहर मुझे लायन के नाम से जानता है, खूब फेमस हुआ था. उनका काला चश्मा, सफेद सूट और हाथ में सिगार लेकर खास अंदाज में बोलना लोगों को काफी पसंद आता था.

सोनी ने यह भी आरोप लगाया कि वो बघेल समेत वरिष्ठ राजनेताओं से मिल चुके हैं. इस मामले में ईडी की जांच से पता चला है कि महादेव ऑनलाइन बुक पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल आदि पर सट्टेबाजी जैसे विभिन्न लाइव गेम में अवैध सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान करता है. भिलाई (छत्तीसगढ़) के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक एप के मुख्य प्रवर्तक हैं, जो इसे दुबई से संचालित करते हैं.

वो तब तक कुछ ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स पर दांव लगाता था और 10 से 15 लाख रुपये हार चुका था. उसका करीबी दोस्त रवि उप्पल भी बेहद साधारण पृष्ठभूमि से आता है और छोटे-मोटे काम करता था, लेकिन उसने भी कुछ ऐप्स में सट्टेबाजी की और 10 लाख रुपये से ज्यादा पैसे गंवा दिए. सट्टेबाजी सिंडिकेट से वसूली का दबाव पड़ने पर चंद्राकर और उप्पल दोनों भिलाई से भागकर दुबई पहुंच गए. ये एफआईआर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, डाबर समूह के अध्यक्ष मोहित बर्मन और निदेशक गौरव बर्मन समेत 32 आरोपियों के खिलाफ दर्ज की गई थी. एक सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बैंकर की शिकायत पर कुर्ला मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट के आदेश पर महादेव सट्टेबाजी ऐप के संबंध में एफआईआर दर्ज की गई थी. मुंबई पुलिस ने महादेव बुक ऐप प्रमोटर्स और डाबर ग्रुप के चेयरमैन और डायरेक्टर के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर (FIR) को माटुंगा पुलिस स्टेशन से मुंबई क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया है.

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पांच नवंबर को केंद्र ने प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध पर महादेव ऐप और ‘रेड्डीन्नाप्रिस्टोप्रो’ समेत 22 अवैध सट्टेबाजी प्लेटफार्मों को ब्लॉक किए जाने के निर्देश दिए. अधिकारी ने बताया कि 30वीं कुर्ला अदालत के निर्देश पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 120-बी (साजिश), सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (साइबर आतंकवाद के लिए) और जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया. एफआईआर के मुताबिक, आरोपियों ने लोगों से करीब 15 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है. कभी नहीं सोचा था कि उनके जैसा व्यक्ति ऐसा कदम उठाएगा.”चव्हाण मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ जिले के रहने वाले हैं. उनके पिता दिवंगत शंकरराव चव्हाण भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे.

वहीं चव्हाण के इस्तीफ़े के बाद कांग्रेस में हलचल बढ़ गई है. प्रदेश प्रभारी रमेश चेनीथैला ने पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है. बता दें कि औपचारिक रूप से चव्हाण या भाजपा की ओर से उन खबरों की कोई पुष्टि नहीं की गई है कि sixty five वर्षीय नेता को आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा जाएगा. आखिरकार 1940 में अजीत को छोटे मोटे रोल मिलने शुरू हो गए. 1946 में उनको बतौर हीरो पहली फिल्म मिली जिसका नाम था शाहे मिश्र.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को मुंबई की एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के ठिकानों पर सर्चिंग की. इस कंपनी ने अंडरवर्ल्ड से जुड़े सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म महादेव बुक ऐप की दुबई में होने वाली सक्सेस पार्टी के लिए कई बॉलीवुड एक्टर को साइन किया था. महादेव बुक ऐप के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय और छत्तीसगढ़ पुलिस जांच कर रही है. इस मामले की जांच के दौरान ईडी को पता चला है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक के मुख्य प्रमोटर हैं और दुबई से ऑपरेट करते हैं.

ये अनाम शख्स था रतन खत्री, जिसने शहर में सट्टे को नयी शैली दी. ये तरीका जल्द ही लोकप्रिय होने लगा और मुंबई से ही देशभर के जुंए का कारोबार चल निकला. मॉरिस पर बलात्कार का मामला दर्ज था, जिसके लिए उसे जेल भी हुई थी. 2022 में मौरिस नोरोन्हा को गंभीर कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ा, जब पुलिस ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया. आरोपों में 48 वर्षीय महिला को ब्लैकमेल करना, बलात्कार, धोखाधड़ी और धमकी देना शामिल था. हालांकि, आरोप 2014 के थे, लेकिन शिकायत 2022 में दर्ज की गई.

ड्रैगन टाइगर, कार्ड आदि का उपयोग करके वर्चुअल क्रिकेट गेम, यहां तक कि भारत में होने वाले विभिन्न चुनावों पर दांव लगाने की सुविधा भी देता है. बता दें कि महादेव बुकिंग ऐप पर हाल ही में केंद्र सरकार ने बैन लगाया है. इस मामले में ईडी ने छत्तीसगढ़ के दो पुलिसवाले भी गिरफ्तार किए हैं. दरअसल, पिछले हफ्ते एक सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बैंकर की शिकायत पर कुर्ला मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट के आदेश पर मुंबई में महादेव सट्टेबाजी ऐप के संबंध में एफआईआर दर्ज की गई थी. इस एफआईआर की कॉपी में आरोपी नंबर 16 और आरोपी नंबर 18 उद्योगपति मोहित बर्मन और गौरव बर्मन हैं.

ये एफआईआर खिलाड़ी ऐप के खिलाफ की गई थी, जो महादेव बुक का सहायक ऐप भी है. आजतक ने एक महीने पहले एक रिपोर्ट में बताया था कि महादेव ऐप प्लेटफॉर्म के सरगना सौरभ चंद्राकर ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई मुश्तकीम से हाथ मिला लिया है. इसमें एक एप है ‘खेलोयार’ जो भारत और पाकिस्तान में चलाया जा रहा है. मुंबई में दर्ज एफआईआर में भी सौरभ चंद्राकर, मुश्तकीम, रवि उप्पल और कई अन्य लोगों द्वारा चलाए जा रहे मैच फिक्सिंग रैकेट का उल्लेख है. बेहद साधारण परिवार से आने वाले सौरभ चंद्राकर ने साल 2018 तक छत्तीसगढ़ के भिलाई में महादेव जूस सेंटर के नाम से एक छोटा सा जूस सेंटर चलाया.

1922 में हैदराबाद में अजीत खान का असली नाम हामिद अली खान था. हामिद बिलकुल हीरो माफिक दिखते थे और पढ़ाई छोड़कर हीरो बनने के लिए वो हैदराबाद से भागकर मुंबई आ गए. अजीत ने अपनी पढ़ाई की किताबें बेचकर मुंबई के लिए ट्रेन की टिकट कटवाई. यहां उनको काम तो नहीं मिला बल्कि रहने खाने के भी लाले पड़ गए. अपनी कदकाठी के चलते उन्होंने आस पास के गुंडों को सबक सिखाया और इसी कारण लोग उनसे डरने लगे और उनको मुफ्त में खाना पीना मिलने लगा.

मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ये भी ज़िक्र किया कि अन्य राज्यों में भी अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है, सरकारी संपत्तियों की मैपिंग की जा रही है और उनकी सुरक्षा के लिए दिशानिर्देश दिए गए हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बनभूलपुरा में पुलिस कथित रूप से ग़ैरक़ानूनी तरीके से बने एक मदरसे को तोड़ने का काम करवा रही थी तभी स्थानीय लोगों ने आगज़नी शुरू कर दी और पत्थर फेंके. साल 1966 में अजीत को सूरज फिल्म में हीरो की बजाय विलेन का रोल मिला. पहले इस फिल्म में विलेन के तौर पर प्रेमनाथ को लिया जाना था लेकिन किसी कारण प्रेमनाथ से बात नहीं बनी तो राजेंद्र कुमार ने प्रोड्यूसर को अजीत का नाम सुझाया.

एफआईआर में यह भी लिखा है कि मोहित बर्मन और गौरव बर्मन की क्रिकेट लीग की एक टीम में इक्विटी हिस्सेदारी है और प्लेयर्स बुक वेबसाइट पोर्टल को चलाने के लिए उन्होंने अन्य आरोपियों के साथ साझेदारी की है. चव्हाण ने उन दावों का भी खंडन किया कि संसद में पेश किए गए श्वेत पत्र ने उन्हें कांग्रेस से इस्तीफा देने के लिए प्रेरित किया. श्वेत पत्र में मुंबई में एक आवासीय सोसाइटी से संबंधित आदर्श सोसाइटी घोटाले का उल्लेख किया गया है, जिसके कारण चव्हाण को 2010 में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में पद छोड़ना पड़ा था. क्या कांग्रेस के और नेता भी उनके नक्श-ए-कदम पर इस्तीफा देंगे, यह पूछे जाने पर चव्हाण ने कहा कि उन्होंने किसी भी कांग्रेस नेता या विधायक से संपर्क नहीं किया है.

मुंबई में सट्टेबाज

सोनी ने यह भी आरोप लगाया कि वो पूर्व में बघेल सहित वरिष्ठ राजनेताओं से मिल चुके हैं. मुंबई पुलिस ने इस हत्‍याकांड के मामले में मेहुल पारिख नाम के एक शख्स को हिरासत में लिया गया है. दरअसल, जब फेसबुक लाइव चल रहा था, तब मेहुल, मॉरिस के दफ़्तर पहुंचा था. लाइव के दौरान ही मॉरिस ये कहकर उठते दिखा था कि मेहुल आया है. उसके कुछ देर बाद ही मॉरिस ने अभिषेक घोसालकर को गोली मार दी और खुद को भी गोली मार ली थी. इस मामले की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच  को दे दी गई है.

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शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग में आरोपियों की संलिप्तता के बारे में ज्यादा जानकारी और सबूत हासिल करने के लिए मोहित बर्मन, गौरव बर्मन और हरेशी कालाभाई और उनके अन्य सहयोगियों के बारे में जांच की जानी चाहिए. ईडी ने महादेव ऑनलाइन बुक एप के मनी लॉन्ड्रिंग ऑपरेशन में शामिल दूसरे अहम खिलाड़ियों की पहचान भी कर ली है. यह पाया गया कि कोलकाता में मौजूद विकास छपारिया महादेव एप के लिए हवाला से संबंधित सभी काम संभाल रहा था. ईडी ने उसेके ठिकानों और गोविद केडिया जैसे उसके सहयोगियों के यहां तलाशी ली. विकास छपारिया के स्वामित्व वाली लाभकारी संस्थाओं के नाम पर जमा 236.three करोड़ रुपये की नकदी और सिक्यूरिटि होल्डिंग्स को ईडी ने पीएमएलए 2002 के तहत जब्त कर लिया. इससे पहले भी ईडी की जांच में पता चला था कि कैसे पुलिसकर्मी महादेव बुक ऐप प्रमोटरों के लिए लाइजनिंग में शामिल थे और राजनेता उनकी मदद कर रहे थे और कथित तौर पर हवाला नेटवर्क के जरिए रिश्वत ले रहे थे.

हाल ही में एजेंसी ने एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था. असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के कथित तौर पर छत्तीसगढ़ के सीएम के राजनीतिक सलाहकार के साथ संबंध हैं. आशंका है कि चंद्राकर और उप्पल ने अपनी अवैध गतिविधियों को नजरअंदाज करने के लिए कानून प्रवर्तन अधिकारियों, राजनेताओं और अन्य लोगों को रिश्वत में सैकड़ों करोड़ रुपये दिए.

कौन है सौरभ चंद्राकर

जहां से 112 करोड़ रुपये की हवाला रकम हासिल करने से जुड़े सबूत सामने आए. इसके बाद योगेश पोपट की निशानदेही पर आंगड़िया के यहां तलाशी ली गई. ईडी की रडार पर महादेव बुक ऐप महादेव बुक ऐप ईडी की रडार पर है.

परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए थे. दुबई में दोनों ने छोटे-मोटे काम किए और किसी तरह महादेव बुक ऐप नामक सट्टेबाजी ऐप लॉन्च करने के लिए पैसा जुटाने में कामयाब रहे, यह नाम भिलाई में चंद्राकर के जूस सेंटर से लिया गया है. इस ऐप को यूरोप स्थित कुछ सॉफ़्टवेयर कोडर्स द्वारा विकसित किया गया था और 2020 में महामारी लॉकडाउन के दौरान लॉन्च किया गया था. उनके पास लगभग 2000 केंद्र थे, जहां दो से तीन व्यक्ति कमीशन के लिए अपने केंद्र चला रहे थे.

ईडी को हाल ही में अपनी जांच में महादेव बुक ऐप के शीर्ष प्रबंधन से जुड़े शुभम सोनी का लिखित और रिकॉर्ड किया गया बयान हासिल हुआ है, जिसने आरोप लगाया कि उसने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम दी थी. ईडी को हाल ही में अपनी जांच में महादेव बुक ऐप के शीर्ष प्रबंधन से जुड़े शुभम सोनी का लिखित और रिकॉर्ड किया गया बयान मिला है. उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये से ज्यादा दिए गए हैं. इससे पहले भी ईडी की जांच में पता चला था कि कैसे पुलिसकर्मी महादेव बुक ऐप प्रमोटरों के लिए लाइजनिंग में शामिल थे और राजनेता उनकी मदद कर रहे थे.

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भारत में सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन और नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए प्रमोशन किया जाता है, और उसके लिए बड़े पैमाने पर पैसा खर्च किया जा रहा है. ईडी ने पहले छत्तीसगढ़ राज्य में तलाशी ली थी और इस सट्टेबाजी सिंडिकेट के मुख्य संपर्ककर्ता सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को ‘प्रोटेक्शन मनी’ के रूप में रिश्वत दिया करते थे. रतन खत्री (Rattan Khatri) देश के विभाजन (partition of India) के दौर में पाकिस्तान (Pakistan) के कराची (Karachi) से मुंबई आए और वहीं बस गए.

पिछले साल 18 सितंबर की उस सक्सेस पार्टी और फिर इसी साल फरवरी में सौरभ चंद्राकर की शादी में शामिल होने वाले सेलेब्स की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. ये वो लोग हैं, जिन्हें 18 सितंबर की पार्टी में शामिल किया गया था और उन्हें भुगतान किया गया था. इस तरह के बॉलीवुड के सेलेब्स की कुल संख्या 70 से अधिक हो गई है. कुछ ने शो और प्रमोशन के लिए एग्रीमेंट पर साइन किए थे. फिर कुछ रकम कैश और कुछ रकम चेक के जरिए ली थी, जबकि इनमें से कईयों ने हवाला चैनल के ज़रिए भी कैश लिया था. शिकायतकर्ता के बयान के अनुसार रोहित कुमार मुर्गोई और दिनेश खंबाट, मोहित बर्मन और गौरव बर्मन से जुड़े हुए हैं.

इसके अलावा, पीएमएलए 2002 के तहत ही गोविंद कुमार केडिया की डीमैट होल्डिंग्स में one hundred sixty करोड़ रुपये की संपत्ति भी ईडी ने जब्त कर ली है. गोविंद कुमार केडिया के परिसर में तलाशी के परिणामस्वरूप 18 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा और 13 करोड़ रुपये की कीमत के सोना और आभूषण भी जब्त किए गए हैं. अब तक ईडी ने रायपुर, भोपाल, मुंबई और कोलकाता में 39 स्थानों पर तलाशी ली है और 417 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है. ईडी ने विदेश में भी गंभीरता से इस मामल की जांच शुरू कर दी है. रायपुर में पीएमएलए विशेष न्यायालय ने भी फरार संदिग्धों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किए हैं.

इसका जिम्मा मुंबई की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को दिया गया था. सौरभ अंडरवर्ल्ड डॉन और ग्लोबल टेरर फाइनेंसर दाऊद इब्राहिम का सहयोगी माना जाता है. ईडी ने सौरभ और रवि के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है.

उनकी कंपनी मेसर्स महादेव ऑनलाइन बुक संयुक्त अरब अमीरात में एक केंद्रीय प्रधान कार्यालय से चलती है और 70% -30% लाभ अनुपात पर अपने ज्ञात सहयोगियों को “पैनल/शाखाओं” की फ्रेंचाइजी देकर संचालित होती है. जिसमें सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल के साथ-साथ अन्य आरोपियों विकास छापरिया, चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, अनिल दम्मानी, सुनील दम्मानी, विशाल आहूजा और धीरज आहूजा सहित चौदह लोगों को नामजद किया गया था. कई बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्रियां भी जांच के दायरे में थे क्योंकि उन्होंने अवैध सट्टेबाजी ऐप को बढ़ावा दिया था. जिनमें अभिनेता रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर, हुमा कुरेशी, नुसरत भरूचा, सनी लियोन और कई अन्य कलाकार भी शामिल थे. कई बॉलीवुड एक्टर और एक्ट्रेस भी जांच के दायरे में हैं. इनमें रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर, हुमा कुरेशी, नुसरत भरूचा, सनी लियोन और कई अन्य नाम शामिल हैं.

सौरभ और रवि के पास 6000 करोड़ से ज्यादा होने का शक है. बड़ी मात्रा में नकदी को हवाला के जरिए दुबई भेजा गया है. एजेंसियों को शक है कि इतने बड़े पैमाने पर महादेव बुक ऐप के दुबई से संचालन में दाऊद इब्राहिम गैंग ने मदद की. चंद्राकर और उप्पल दुबई में एक आलीशान हवेली में रहते थे और भागने से पहले उनके पास वहां लक्जरी कारों का एक बेड़ा था. ईडी की जांच में सामने आया है कि महादेव ऑनलाइन बुक पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल आदि पर सट्टेबाजी जैसे लाइव गेम में सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान करता है. ये ऐप तीन पत्ती, पोकर जैसे कई कार्ड गेम खेलने की सुविधा भी देता है.

आरोपी अमित शर्मा जो इन दोनों से जुड़ा हुआ है, इस प्रक्रिया में उनकी मदद करता है. लीग में चंदर अग्रवाल की बैक डोर से साझेदारियां हैं और उनकी मदद दुबई के हेमंत सूद और रोहित कुमार मुर्गोई करते हैं. सट्टेबाजी से होने वाली आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं.